बहुत ही बढ़िया करा यार लड़के का ब्याह हो गया, घर में बहू आ गयी और क्या चाहिये बुढ़ापे में|
भौतै बढ़ि करौ यार च्योलौ्क ब्या् है्गो, घर में ब्वारि ऐ गे और के् चैं बुड़यांकाव।
क्या करूं यार, करना ही था इसका ब्याह भी, माता पिता की जिम्मेवारी जो हुई बच्चों का घरबार जोड़ने की| तभी आदमी गृहस्थी की जिम्मेदारी से मुक्त भी होता है ठीक कह रहा हूं ना| कैसा?
के् करूं यार, करणैं छि यैक ब्या् लै, मै बूंकि जिमदारी जो् भै् ना्नतिननौ्ंक घर बार जोड़नै्कि। तबै आ्दिम गिरस्ती् कि जिमदारी बटि मुक्त लै हुं, ठीक कूंणंयूं नै। कस?
हां कह तो ठीक रहे हो पांडे जी| मेरी जिम्मेदारी तो अभी खड़ी ही है मेरे सिर पर|
करो करो यार तुम भी लड़के का ब्याह कहीं ठहराओ| जितनी जल्दी निबट गया उतना भला, गंगा नहा लोगे तुम भी| तुम कहते हो तो मैं भी देखूं कहीं कोई लड़की तुम्हारे लड़के के लिये|