×
Registration Form
Name
Email
Mobile
City
State
Country
×
Login details
Email
Password
×
Forgot Password
Email ID
×
Change Password
Existing Password
New Password
Confirm New Password
×
My Profile
Name
Email
Mobile
City
State
Country
कुमाऊनी बोलना सीखें
होम
रजिस्टर
लॉग इन
हमारे बारे में
भाषा बदलें
Hindi
English
Kannada
Gujarati
Bengali
Marathi
Punjabi
Tamil
Telugu
Urdu
Follow us on :
☰
×
विषय – सामग्री
सामान्य जानकारी
कुमाउनी भाषा में गिनती
सप्ताह के दिनों के कुमाउनी नाम
भारतीय संस्कृति के महीनों के कुमाउनी नाम
ऋतुओं के नाम
त्योहारों व उत्सवों के कुमाउनी नाम
कुमाउनी बोली में सम्बन्ध, रिश्ते-नाते
सामान्य शब्द एवं वाक्य
कुमाउनी संस्कृति में आशीर्वादात्मक वाक्य
आश्चर्य बोधक शब्द एवं वाक्य
सुख के अवसरों पर व्यक्त किये जाने वाले कुछ शब्द एवं वाक्य
दुःख के अवसरों पर व्यक्त किये जाने वाले कुछ शब्द एवं वाक्य
वार्तालाप में प्रयुक्त दो शब्दों के वाक्य
वार्तालाप में प्रयुक्त तीन शब्दों के वाक्य
वार्तालाप में प्रयुक्त चार या अधिक शब्दों के वाक्य
क्रियाओं के स्वरूप
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम ‘मैं’, ‘मैंने’, ‘मुझे’ के लिये
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम ‘तू’, ‘तुम’, ‘आप’ के लिये
अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम ‘वह’ के लिये
हिन्दी व्याकरणानुसार तीनों कालों में क्रियाओं के विभिन्न स्वरूप
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम शब्द ‘मैं’ के प्रयोग करने पर काल के तीनों स्वरूपों में क्रियाओं के विभिन्न रूप
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम शब्द ‘तुम’ के प्रयोग करने पर काल के तीनों स्वरूपों में क्रियाओं के विभिन्न रूप
अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम शब्द ‘वह’ के प्रयोग करने पर काल के तीनों स्वरूपों में क्रियाओं के विभिन्न रूप
हिन्दी भाषा के अनुसार संज्ञा शब्द ‘राम’ के प्रयोग करने पर काल के चरों स्वरूपों में क्रियाओं के विभिन्न रूप
कुछ अन्य क्रियाओं के रूप - 1
कुछ अन्य क्रियाओं के रूप - 2
भूत काल की क्रियाओं के कुछ उदाहरण
भविष्य काल की क्रियाओं के कुछ उदाहरण
शब्द सम्पदा
खेती से सम्बंधित धान्य या अनाज
पेय एवं दुग्ध पदार्थ
रसोई से सम्बंधित वस्तुयें
रसोई का सामान, बर्तन व वस्तुयें
खाद्य पदार्थ, भोजन से संबंधित
शरीर के अंग
शारीरिक रोग और उपचार या इलाज
साग-सब्जी
फल
खेतीबाड़ी
नदियां, जल-जलाशय, जंगल, वृक्ष-वनस्पति
पशु
पक्षी
घर-मकान, गौशाला व इनसे सम्बंधित सामान या वस्तुऐं
परिधान एवं वस्त्र
जेवर, सजावट की वस्तुएं
वैवाहिक शब्द
दैनिक जीवन में प्रायः उपयोग में आने वाले वाक्य
अपरिचित व्यक्ति से मिलने पर
परिचित व्यक्ति से मिलने पर
दुकानदार से बाजार में
सड़क में लिफ्ट लेते समय
यात्रा के लिये टैक्सी स्टैंड में - 1
यात्रा के लिये टैक्सी स्टैंड में - 2
डाक्टर के पास
बस अड्डे में
मित्र से वार्तालाप
दो मित्रों की बातचीत
शहर में पुलिस से मुलाकात
बिरादर के घर में
चाय की दुकान में
मन्दिर में
नामकरण के निमंत्रण में
वैवाहिक प्रीतिभोज में
बस के सफर में
यात्रा के लिये बस स्टेशन में
यात्रा के लिये रेलवे स्टेशन में
सब्जी की दुकान में
पड़ौसी से वार्तालाप
थाने में
बैंक में
कुमाऊनी के युगल तुकबंदी
हिंदी –
कुमाउनी
आश्चर्य बोधक शब्द एवं वाक्य
हे भगवान!
हे भगवानौऽऽ |
हे परमेश्वर!
हे परमेश्वरौऽऽ |
हिंदी के ‘ओ मां’ जैसे शब्द
ओ्इजाऽऽ!, ओ्इजौऽऽ!, ओ् ईजूऽऽ!, इजा मे्रिऽऽ!, ओ्इज्याऽऽ!
हिंदी के ‘अरे बाप रे’ जैसे शब्द
आ्ऽऽ बाब्बा होऽऽ!, ओ् बबोऽऽ!, ओ् बाज्यूऽऽ!, ओ् बबाऽऽ!, ओ् बाऽऽ!, ओ्बबाऽऽ मे्रि!
अरे!
दौऽ!
अरे!
ओ् रेऽ!
नहीं तो
नै्ं हा्ड़ि!
सच में!
सच्ची कै!
झूठ तो नहीं बोल रहे हो!
झुटिऽ निं बलाणैंया!
अजीब बात हो गयी ये तो!
अजगुति का्व है्गे यो् त्!
हाय रे कैसा हुआ ये!
हा्इ रे कस भौ यो्!
हाय, क्या हुआ ऐसा ?
हा्य, के् भौ तस ?
क्या कह रहे हो ऐसा!
के् कूंणौं छा् तस!
ऐसा क्या कह रहे हो?
तस के् कूणौं छा् तुम?
तुम तो विचित्र कह रहे हो!
तुम त् अणकस्सि कूंणौं छा्!
क्या कह रहे हो तुम ऐसा!
के् बलाणौं छा् तुम तस!
कुछ कहने जैसा नहीं हुआ!
के कूणैं जस निं भै्!
तुम भी पता नहीं क्या कहते हो!
तुम लै् क्या्प्प कूंछा!
ओ रे, अब क्या होगा फिर?
ओ् रेऽ, अब के् हो्ल पै्?
तुमने अनोखा कर दिया!
तुमलऽ औ् रि कर दे।
हद कर दी उसने |
हद्द कर दे हो् वीलऽ ।
हाय कैसे हुआ ऐसा ?
हा्इ कसि भौ तस ?
हाय क्या सुन रहा हूँ मैं ऐसा!
हा्इ के् सुंणनयुं मैं यस!
हाय रे क्या हुआ ये अचानक!
हा्इ रे के् भौ यो् अचानचक!
मुझे तो कुछ कहना ही नहीं आया!
मकं त् के कूंणै नि् ऐ।
मैं तो देखता रह गया उसको |
मैं त् चाय्यै रै् गयुं उकं।
कुछ कहना ही नहीं आया तुझको |
के कूंणै निं ऐ मकं ।
धन्यवाद व शाबासी है बेटा तेरे लिये|
धन शाबा्स छ् इजाऽ त्युंहुं ।
हे भगवन अब क्या उपाय करूं मैं !
हे भगवानौ अब के् धा्न करूं मैं !
मैं तो उसका मुंह देखता ही रह गया |
मैं त् वीक मूंख चाय्यै रै् गयुं ।
हद कर रही है तू तो, जरा शर्म कर |
हद्द हा्ंणनै छि तु त् वे, मुंणि शरम खा।
यह तो तुमने विचित्र बात सुना दी !
तौ त् तुमल अणकस्सि बात सुणैं हा्लि!
< Prev
Next >