डाक्टर साहब, तीन दिन से बुखार से हालत खराब है| बदन दर्द बहुत ज्यादा हो गया है, भूख बिलकुल नहीं है | सिर में भी दर्द है, जुकाम से नाक अलग बह रही है | परेशान हो गया हूँ |
डाक्टर सैप, तीन दिन बै जरै्ल हालत खराब छ्। आंङ पीड़ भौत ज्यादा है् गे, भूक बिल्कुल न्हां। ख्वा्र पीड़ लै है्रै, सर्दील नाखा धा्र ला्ग रईं। परेशान हैगयूं।
बुखार नापा तुमने ? पहले कम्पाउन्डर से बुखार नपवा लो अभी तब दवा लिखूंगा|
खानेपीने में क्या लिया तीन चार दिन पहले तुमने यह भी मुझे बताओ तभी सही अंदाज आ पायेगा |
खा्ंणपिंण में के् ल्हे तीन चार दिन पैलि तुमल यो् लै मकं बताऔ तबै सही अन्दाज ऐ सकौ्ल।
खानापीना तो घर का ही हुआ साहब लेकिन चार दिन पहले प्यास लगी हुई थी तो एक बोतल फ्रिज की ठंडी कोकाकोला पी दी दोस्तों के साथ | बस उसी के दूसरे दिन से बुखार आ गया |
खा्ंणपिंण त् घरै कै भै् सैप लेकिन चार दिन पै्लि प्यास ला्गि रैछी तो एक फ्रिजै्कि ठंडी कोकाकोला पि दे दोस्ताना्ंक दगै। बस वीकै दुहा्र दिन बै बुखार ऐ्गो।
ठीक कहा डाक्टर साहब आपने | ये ठंडावंडा कुछ नहीं पीना चाहिये इसी की करामात है सब | अब से मैं ठंडी चीजों को हाथ नहीं लगाऊंगा | इसने तो मेरी हालत ही खराब कर दी |
ठीक कौ डाक्टर सैप अपूंल। यो् ठंडफंड के नि पिंण चैंन यैकि करामात छ् सब। अब बटि मैं कभ्भै ठंड चीजनकं हातै निं लगून।
नमस्कार साहब, अभी चलता हूँ | कम्पाउन्डर साहब या पर्चे की दवाई दे दो तो, बता भी देना |
नमस्कार सैप, ऐल हिटुं। कम्पोडर सैप यो् पर्चैकि दवा्इ दि दियौ ध्ं, बतै्लै दिया।
ये दो दो गोली खानी हैं दिन में तीन बार गरम पानी के साथ | ये एक गोली सुबह नाश्ता करने के बाद और दिन मये दो दो गोली खानी हैं दिन में तीन बार गरम पानी के साथ | ये एक गोली सुबह नाश्ता करने के बाद और दिन में चार बार ये पीने वाली दवाई एक ढक्कन गरम पानी में मिला कर पी लेना |
यो् द्वि द्वि गो्इ खा्ंण छन दिन में तीन बार गरम पा्ंणि दगै। यो् एक गो्लि रत्तै नाश्ता करिया बाद और दिन में चार बार यो् पिंणिं दवा्इ एक ढक्कन गरम पा्ंणि में मिलै बेर पि ल्हिया।
ठीक है कम्पाउन्डर साहब | पैसे कितने हो गये ?
ठीक छ् कम्पोडर सैप। डबल कतु है्गैईं ?
सौ रुपये देखने की फीस और अस्सी रुपये दवाइयों के | एक सौ अस्सी रुपये दे दो |
सौ् रुपैं देखिया्क और अस्सी रुपैं दवा्इ ना्क। एक सौ अस्सी रुपैं दि दियौ।
ये लो कम्पाउन्डर साहब पांच सौ रुपये हैं|
यो् लियौ कम्पोडर सैप, पांच सौ रुपैं छन।
अरे भाई टूटे पैसे दो यहां टूटे पैसे नहीं हैं मेरे पास | सुबह सुबह खुले पैसे नहीं होते हैं |